Mangalvar Vrat Vidhi Katha Tuesday Vrat मंगलवार व्रत की सम्पूर्ण विधि, कथा व महत्त्व का वर्णन हम यहाँ विस्तार से आपसे साझा कर रहे है। सर्वसुख, राजसम्मान तथा पुत्र प्राप्ति के लिए मंगलवार का व्रत करना शुभ रहता है। मंगलवार व्रत को 21 सप्ताह तक लगातार करना चाहिए । मंगलवार का दिन हिन्दू धर्म में भगवान बजरंगबली को समर्पित है। हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने का सबसे सरल उपाय मंगलवार व्रत ही है। हनुमान चालीसा में कहा भी गया है- सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।। लाल पुष्प, लाल चन्दन, लाल फल और लाल मिष्ठान से हनुमान जी का पूजन करना चाहिए।
Mangalvar Vrat Vidhi मंगलवार व्रत कैसे करे (मंगलवार व्रत की विधि)
- मंगलवार के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर हनुमान जी की पूजा करने के लिए स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। ब्रह्म मुहूर्त में उठना सबसे उत्तम है। (यह समय हमे विशेष ज्ञान देता है और हम अरबो लोगो से आगे हो जाते है।)
- पूजन सामग्री: प्रातःकाल ही हनुमान जी की पूजा के लिए सामग्री तैयार कर ले। पूजा के लिये जल, लाल पुष्प, लाल चन्दन, लाल फल, लाल मिष्ठान, कुमकुम, अक्षत, धूप, दीप, नैवेद्य, चन्दन, लौंग, पान, सुपारी, घी, कपूर, तेल, मोली(कलेवा या लच्छा), फूल माला, रुई और धातु के कलश की आवश्यकता होती है। हनुमान जी को चोला चढ़ाना हो तो कामी(सिंदूर), चमेली का तेल जरूर साथ रखे।
- पूजन का समय: सुबह के समय दिन के दूसरे या तीसरे प्रहर तक हनुमान जी का पूजन कर लेना चाहिए।
- मंत्र जाप: पूजा के समय बजरंगबली के मंत्रों का जाप करते रहे।
- व्रत में फलाहार या परायण का कोई ख़ास नियम नहीं है। किन्तु यह आवश्यक है कि दिन और रात में केवल एक समय ही भोजन ग्रहण करे। प्रातः पूजन के उपरान्त कभी भी एक समय भोजन किया जा सकता है।
- पूजन के अंत में हनुमान जी की आरती जरूर करें।
- हनुमान पूजन के पश्यात मंगलवार व्रत कथा सुननी चाहिए।
- मंगलवार कथा पढ़ने-सुनने के बाद हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक तथा बजरंग बाण का पाठ करने से शीघ्र फल की प्राप्ति होती है।(आप प्रभु की भक्ति में जितने डूबोगे उनकी कृपा उतनी जल्दी प्राप्त होगी।)
Mangalvar Vrat Rules मंगलवार व्रत के नियम
- मंगलवार व्रत के दिन सात्विक भोजन करें, मांस-मदिरा का सेवन इस दिन पूर्ण वर्जित होता है।
- पूरे दिन में भोजन एक समय ही करना चाहिए, भोजन या फलाहार से पूर्व हनुमान जी का पूजन कर लेना चाहिए।
- हनुमान चालीसा का पाठ करे, हनुमान मन्त्र की 21 माला जरूर करें।
- मंगलवार व्रत की कथा जरूर पढ़ें या सुनें ।
- आपके नजदीक जो भी हनुमान मंदिर हो, वहाँ सपरिवार दर्शन करने जरूर जाए। हनुमान जी की कृपा से परिवार निरोगी रहेगा। रात्रि 12 बजे की आरती में जरूर शामिल होना चाहिए।
- मंगलवार व्रत के दिन हनुमान मंदिर जाकर चोला चढ़ाना विशेष फल देता है ।
- मंगलवार व्रत के दिन हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए ।
- गौशाला जाकर गौ माता को हरा चारा जरूर डालना चाहिए।
Mangalvar Vrat Mantra मंगलवार व्रत का मंत्र
ॐ नमो भगवते हनुमते नम:।
मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना शुभ माना जाता है।
Mangalvar Vrat Significance मंगलवार व्रत का महत्त्व या फायदे
- मंगलवार का व्रत रखने से हनुमान जी की परम भक्ति प्राप्त होती है। हनुमान ऐसे भक्तों पर हमेशा अपनी कृपा बनाए रखते हैं। इस कलयुग में हनुमान जी साक्षात् भक्त की रक्षा करते है।
- जिस किसी की कुंडली में शनि की कुदृष्टि हो उसे मंगलवार व्रत जरूर करना चाहिए। इससे उसका शनि शांत होता है ।
- मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से मनुष्य के सभी दुःख-दर्द दूर होते हैं । उसे बुद्धि और बल प्राप्त होता है ।
- रोगी मनुष्य में अगर शारीरिक सामर्थ्य हो तो यह व्रत उसे अवश्य करना चाहिए, ताकि वह हनुमान जी की कृपा प्राप्त कर निरोगी हो सके।
- किशोर और युवा लड़को को मंगलवार का व्रत जरूर करना चाहिए। इससे उनको विवेक, बल, ब्रह्मचर्य और तेज की प्राप्ति होती है।
Mangalvar Vrat Aarti मंगलवार व्रत की आरती( हनुमान जी की आरती) Hanuman ji ki Aarti
मंगलवार व्रत में हनुमान जी की पूजा के बाद हनुमान जी की आरती की जाती है । हनुमान आरती का लिंक हम यहाँ दे रहे है आप इस लिंक पर क्लिक करके हनुमान जी की आरती जरूर करे ।
Mangalvar Vrat Katha मंगलवार व्रत की कथा(मंगलवार व्रत की पौराणिक कथा)
बहुत समय पहले की बात है एक नगर में ब्राह्मण दंपत्ति रहा करते थे । ब्राह्मण दंपत्ति के कोई संतान नहीं थी, जिस कारण वह बेहद दुःखी रहा करते थे। दुखी ब्राह्मण वन में हनुमान जी की पूजा के लिए चला गया। वहाँ उसने पूजा के साथ हनुमान जी से एक पुत्र की कामना की। घर पर उसकी स्त्री भी पुत्र की प्राप्ति के लिए मंगलवार का व्रत करती थी। वह मंगलवार के दिन व्रत के अंत में हनुमान जी को भोग लगाकर ही भोजन करती थी।एक बार व्रत के दिन ब्राह्मणी भोजन नहीं बना पाई और ना ही हनुमान जी को भोग लगा सकी।
वह अपने मन में ऐसा प्रण करके सो गई कि वह अब अगले मंगलवार को हनुमान जी को भोग लगाकर ही अन्न ग्रहण करेगी। वह भूखी प्यासी छह दिन तक पड़ी रही। मंगलवार के दिन उसे मूर्छा आ गई। हनुमान जी उसकी निष्ठा और लगन को देखकर प्रसन्न हो गए । उन्होंने उसे दर्शन दिये और कहा- “मैं तुमसे अत्यंत प्रसन्न हूँ, मांगो क्या मांगती हो, ब्राह्मणी बोली आप सर्वज्ञ हो हम बिना संतान संसार से नहीं जाना चाहते। हनुमान जी बोले- मैं तुम्हे एक सुन्दर बालक देता हूँ यह तुम्हारी बहुत सेवा करेगा।” हनुमान जी मंगलवार को ब्राह्मणी को दर्शन देकर अंतर्ध्यान हो गए।
सुन्दर बालक को पाकर ब्राह्मणी अति प्रसन्न हुई। ब्राह्मणी ने बालक का नाम मंगल रखा। कुछ समय उपरांत ब्राह्मण घर को लौटकर आया,
तो बालक को देख पूछा कि वह कौन है?
पत्नी बोली कि मंगलवार व्रत से प्रसन्न होकर हनुमान जी ने उसे यह बालक दिया है। ब्राह्मण को अपनी पत्नी की बात पर विश्वास नहीं हुआ। एक दिन मौका देख ब्राह्मण ने बालक को कुएं में गिरा दिया।घर पर लौटने पर ब्राह्मणी ने पूछा कि, मंगल कहां है? तभी पीछे से मंगल मुस्कुरा कर आ गया। उसे वापस देखकर ब्राह्मण आश्चर्यचकित रह गया। रात को हनुमानजी ने उसे सपने में दर्शन दिए और बताया कि यह पुत्र उसे उन्होंने ही दिया है।
ब्राह्मण सत्य जानकर बहुत खुश हुआ। इसके बाद ब्राह्मण दंपत्ति प्रत्येक मंगलवार को व्रत रखने लगे।
हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के सरल उपाय:
- नियमित रूप से हनुमान मंदिर जाए, एक पाठ हनुमान चालीसा का नियमित रूप से करे। हनुमान जी की कृपा प्राप्त होगी ।
- मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी के सामने दीपक जरूर जलाए। अगर कोई विशेष कामना हो तो सरसो तेल का दीपक ही जलाए।
- बल, बुद्धि और विद्या के धनी हनुमान जी की कृपा चाहिये हो तो रामायण का पाठ घर में नियमित रूप से करे ।
मंगलवार व्रत में यह ध्यान रखें:
- गर्भवती महिलाएं, बीमार लोग और छोटे बच्चे अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार व्रत का पालन करें।
- व्रत को केवल धर्म या परंपरा से अधिक, आस्था और भक्ति के साथ करें।
मंगलवार व्रत का पालन आपके जीवन में ज्ञान, बल, सुख, शांति और समृद्धि ला सकता है। हनुमान जी की कृपा से आपका जीवन प्रकाशमय और सफल बन सकता है। हनुमान जी ही एक सशरीर पूज्य देवता है इस लोक में, अपने भक्तो की रक्षा को वे स्वयं आते है, तो आज ही से इस सरल व्रत का अनुष्ठान शुरू करें और बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त करें!